प्रदेश में पहली बार ग्राम सभा द्वारा पारित प्रस्ताव के लिए जारी होगी ग्रांट – औम प्रकाश धनखड़
लोकतांत्रिक प्रणाली को समर्पित ग्राम सभा की बैठक, 6204 ग्राम पंचायतों में एक ही दिन, एक हजार से 1200 करोड़ रूपये के विकास कार्यों के होंगे प्रस्ताव पारित
बहादुरगढ़, (समाचार क्यारी) ,संजय शर्मा /रवि कुमार :-प्रदेश के इतिहास में पहली बार एक ही दिन में 6204 ग्राम पंचायतों में गणतंत्र दिवस के पावन पर्व पर ग्राम सभा की विशेष बैठक होंगी। ग्राम सभा अपने -अपने गांव में 15 से 20 लाख रूपये तक की लागत से होने वाले विकास कार्य का प्रस्ताव पारित कर बीडीपीओ कार्यालय को प्रेषित करेंगी। जिला के सभी बीडीपीओ अपने डीडीपीओ के माध्यम से विकास कार्यों का एस्टीमेट आदि बनाकर सरकार को इसी महिने में भेजेंगे। इन विकास कार्यों पर लगभग एक हजार से 1200 करोड़ रूपये की धनराशि खर्च होने का अनुमान है। प्रदेश सरकार इस धनराशि की व्यवस्था बजट में करेगी।
प्रदेश के पंचायत मंत्री औम प्रकाश धनखड़ ने गांव माजरी में पत्रकारों को यह जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के इतिहास में पहली बार ग्राम सभा को गांव की सर्वसम्मति से अपने गांव की प्राथमिकता तय करने को कहा गया है। हमारा प्रयास गणतंत्र को सही मायनों में ग्राम सभा स्तर तक पंहुचाने का है। इसी सोच के साथ यह बड़ा निर्णय लिया गया है।
पंचायत मंत्री औ पी धनखड़ ने कहा कि प्रदेश के सभी गांवों में ग्राम सभा आयोजित करने की नई पहल की गई है। इस दिशा में सभी डीडीपीओ को निर्देश दिए गए हैं ,साथ ग्रामीण विकास से सीधे रूप से जुड़े अधिकारी भी ग्राम सभा की बैठक में उपस्थित रहेंगे। ग्राम सभा की बैठक की रिकार्डिंग कराने के लिए कहा गया है ताकि पूरी निष्पक्षता के साथ गांव की एक प्राथमिक समस्या का तत्परता से समाधान किया जा सके।
ग्राम सभा में पारित प्रस्तावों को धरातल पर साकार करने के लिए बजट में प्रावधान किया जायेगा और इसी वर्ष जुलाई अगस्त तक इन कार्यो को रिकार्ड समय में पूरा कर लोकतांत्रिक प्रणाली को समर्पित किया जाएगा। पंचायत मंत्री ने कहा कि गणतंत्र दिवस को इस ऐतिहासिक कार्य के लिए विशेष रूप से चुना गया है ताकि ग्राम सभा की चौधर गामीणों के हाथ में रहे। ग्रामीण एक साथ बैठकर अपने गांव के विकास का फै सला एक स्वर में ले सकें।
इससे सामाजिक सदभाव बढ़ेगा, ग्रामीण भाईचारा ही हमारी पहचान है। इसी परंपरा को युवा पीढ़ी तक पंहुचाना है। इस ऐतिहासिक पहल के लिए गणतंत्र दिवस से अच्छा दिन नहीं हो सकता।