एक और सुधार कार्यक्रम के परियोजना निदेशक ने राकवमावि में छात्राओं से सांझे किए विचार
झज्जर, ( संजय शर्मा/रवि कुमार) एक और सुधार कार्यक्रम के परियोजना निदेशक रॉकी मित्तल ने कहा कि सरकार की ओर से बेटियों को प्रदत्त हो रही सुरक्षा को लेकर गंभीरता बरती जा रही है और किसी भी रूप से बेटियों को परेशान करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों को भी कड़े निर्देश दिए कि बेटियों के साथ छेडख़ानी जैसी घटनाओं पर अंकुश लगाने में पुलिस प्रशासन पूरी गंभीरता बरते। श्री मित्तल ने शनिवार को शहर के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय प्रांगण में छात्राओं से सीधा संवाद करते हुए उन्हें स्कूल से घर आने जाने में हो रही परेशानियों पर खुलकर चर्चा की।
परियेाजना निदेशक रॉकी मित्तल ने कहा कि हरियाणा में सुरक्षित माहौल बेटियों को मिले इसके लिए वे एक और सुधार कार्यक्रम के तहत प्रदेश भर के राजकीय विद्यालयों का दौरा कर बेटियों से फीडबैक ले रहे हैं। इसी कड़ी में आज झज्जर में छात्राओं से रूबरू हो रहे हैं। उन्होंने बेटियों से मिले फीडबैक के साथ ही पुलिस विभाग की कार्यशैली को भी देखा।
उन्होंने छात्राओं से पुलिस हैल्प लाइन नंबर 100 व महिला सहायता के लिए दिए गए टोल फ्री नंबर 1091 को मिलवाया किंतु रिस्पोंस न मिलने के कारण पुलिस विभाग के अधिकारियों को लापरवाही न बरतने के आदेश दिए। रॉकी मित्तल को छात्राओं ने बताया कि स्कूल आने जाने के दौरान कुछ मनचले छेडख़ानी जैसी घटनाएं करते हैं जिसके कारण उन्हें परेशानी होती है,

ऐसे में मौके पर ही छात्राओं द्वारा मनचलों की जानकारी देने पर रॉकी मित्तल ने पुलिस अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से उक्त मनचले लडक़ों को पकड़वाया और कहा कि कोई भी ऐसी घटना उनके संज्ञान में आए तो बिना देरी के उस पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि दुर्गा शक्ति की गाड़ी भी नियमित तरौर पर पैट्रोलिंग करे और सादे कपड़ों में महिला पुलिस कर्मी भी शिक्षण संस्थानों के ईद गिई रहें ताकि मनचली प्रवृत्ति के लोगों को तुरंत प्रभाव से पकडक़र सबक सिखाया जाए। उन्होंने शिक्षण संस्थाओंं के खुलने व छुट्टी के दौरान विशेष नजर रखने के आदेश पुलिस अधिकारियों को दिए।
रॉकी मित्तल ने कहा कि लड़कियों की स्थिति काफी संवेदनशील है और सरकार इस ओर पूरी तरह से गंभीर है। बेटियों को बेहतर सुरक्षित माहौल मिले इसके लिए हर आमजन की भी सक्रिय भागीदारी है ताकि समाज में बेटियों पर किसी भी रूप से शोषण न हो पाए। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए चलाए अभियान के बाद ही हरियाणा में दुर्गा शक्ति वाहिनी और दुर्गा एप को लांच किया गया। अब उनका लक्ष्य है कि बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान को सफल बनाने के लिए छात्राओं व महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाओं पर रोक लगे। इसी के साथ प्रदेश को नशामुक्त बनाने का भी अभियान चलाया जाएगा।