हिन्दू त्योहारों में मकर संक्रांति को एक प्रमुख त्योहार माना जाता है। मकर संक्रांति तब मनाई जाती है तब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं। आमतौर पर मकरसंक्रांति 14 जनवरी को मनाई जाती है लेकिन इस बार 14 जनवरी की रात से सूर्य मकर राशि में आ रहे हैं जिससे 15 जनवरी को मकरसंक्रांति मनाना शुभ होगा। इसी दिन सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण में आते हैं। मकर संक्रांति का पर्व मुख्य रूप से सूर्य पूजा का पर्व है। इस दिन स्नान दान का विशेष महत्व है। इस दिन लोग पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और सूर्य को अर्घ्य देकर आग में दिल और गुड़ डालते हैं। उत्तर प्रदेश में इस तिल के लड्डू और खिचड़ी खाने का प्रचलन है।
मकर संक्रांति को देशभर में कई नामों से जाना जाता है। तमिलनाडु में मकर संक्रांति को पोंगल के रूप में मनाते हैं और वहीं, कर्नाटक, केरल व आंध्र प्रदेश में इसे केवल संक्रांति ही बोला जाता है। उत्तर प्रदेश में मकरसंक्रांति को खिचड़ी के नाम से भी जाना जाता है।