श्रीनगर। जम्मू कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी में बीती रात लगभग तीन दशक की दिसंबर की सबसे ठंडी रात रही जहां न्यूनतम तापमान शून्य से 7.6 डिग्री सेल्सियस नीचे तक पहुंच गया। घाटी के अधिकतर हिस्सों और लद्दाख क्षेत्र में पारा जमाव बिन्दु से नीचे रहा, जिसके चलते जलाशयों और जलापूर्ति लाइनों में पानी जम गया।
सात दिसंबर 1990 को श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से 8.8 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया था। मौसम विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक घाटी में विभिन्न जगहों पर रात के तापमान में रिकॉर्ड कमी देखी गई। श्रीनगर में बुधवार की रात का तापमान शून्य से 7.6 डिग्री सेल्सियस कम रहा। इससे पूर्व की रात यह शून्य से 6.7 डिग्री सेल्सियस नीचे था।
अधिकारी ने कहा कि राज्य में केवल दो स्थान-लेह और गुलमर्ग ही ऐसे रहे जहां रात के तापमान में वृद्धि हुई। दक्षिण कश्मीर के काजीगुंड में तापमान शून्य से 6.1 डिग्री सेल्सियस कम रहा। शहर की इस मौसम की यह सबसे ठंडी रात और साथ ही पिछले 8 साल में दिसंबर की यह सबसे ठंडी रात थी।
उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में तापमान शून्य से 6.7 डिग्री सेल्सियस कम रहा। पहलगाम में तापमान शून्य से 8.3 डिग्री सेल्सियस कम और गुलमर्ग में शून्य से नौ डिग्री कम रहा। पहलगाम में तापमान में पूर्व की रात के मुकाबले बीती रात थोड़ी वृद्धि हुई।
लद्दाख के लेह क्षेत्र में बीती रात तापमान में नौ डिग्री की वृद्धि हुई और यह शून्य से 8.4 डिग्री सेल्सियस कम रहा। इससे पहली रात लेह में इस मौसम का सबसे कम तापमान दर्ज किया गया था जो शून्य से 17.1 डिग्री सेल्सियस नीचे था। करगिल में दो अंक की गिरावट के साथ तापमान शून्य से 16.2 डिग्री सेल्सियस कम रहा, जबकि पूर्व की रात यह शून्य से 14.4 डिग्री सेल्सियस नीचे था।
घाटी में डल झील सहित कई जलाशयों का पानी जम गया है। श्रीनगर और अन्य शहरों के कई आवासीय इलाकों में जलापूर्ति करने वाली पाइपलाइनों में भी पानी जम गया है। मौसम विज्ञानियों ने घाटी और लद्दाख क्षेत्र में कहीं-कहीं हल्की बारिश या हिमपात का पूर्वानुमान व्यक्त किया है।