चंडीगढ़, समाचार क्यारी डेस्क । भारी उत्साह व जोश के साथ मतदान के बाद अब तक मिले आंकड़ों में सामने आए वोटिंग प्रतिशत की स्थिति से सभी पार्टियों के उम्मीदवार उलझन में हैं। रविवार को पंजाब की सभी 117 विधानसभा सीटों के लिए एक ही चरण में वोट डाले गए। राज्य के 2.14 करोड़ मतदाताओं ने कुल 1304 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में बंद कर दी। नतीजे 10 मार्च को आएंगे। चुनाव आयोग के एप पर अब तक दी गई जानकारी के अनुसार करीब 70 फीसद मतदान का आंकड़ा रहा है। एप पर मतदान 69.65 फीसद बताया गया है और अभी अंतिम आंकड़े की प्रतीक्षा है। वैसे इस बार 2017 से कम मतदान प्रतिशत रहने का अनुमान है।
117 विधानसभा सीटों के लिए करीब 70 प्रतिशत मतदान, आज स्पष्ट होगी तस्वीर, नतीजे 10 मार्च को
प्रत्याशी इसलिए उलझन में रहे, क्योंकि राज्य चुनाव विभाग देर रात तक मतदान प्रतिशत के आंकड़े अपडेट करता रहा। शुरुआत में मतदान प्रतिशत कम होने पर पार्टियों ने अपना-अपना गणित लगाना शुरू कर दिया, लेकिन जैसे-जैसे मतदान प्रतिशत बढ़ने लगा पार्टियों का गणित भी तेजी से बदल रहा है।
यह समाचार लिखने तक भारत निर्वाचन आयोग के एप पर रात अब तक राज्य में करीब 69.65 प्रतिशत मतदान बताया गया है। 2017 में पंजाब में 77.40 प्रतिशत वोट पड़े थे। सूत्रों ने आंकड़े स्पष्ट न होने का कारण यह बताया गया कि राज्य की कुल 25 हजार ईवीएम में से रात 12 बजे तक 13 हजार के ही आंकड़े कंपाइल हो पाए थे। ईवीएम से निकलने वाले फार्म के मिलान के बाद ही मतदान प्रतिशत सामने आता है। इस लिहाज से आज पूरी तरह से स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
अब तक के आंकड़ों के अनुसार जिलों में 78.47 प्रतिशत मतदान के साथ श्री मुक्तसर साहिब इस बार अव्वल रहा। पिछली बार मानसा जिला 87.34 प्रतिशत मतदान के साथ सूची में सबसे ऊपर था। मोहाली जिले ने इस बार भी निराश किया। यहां सबसे कम 62.41 प्रतिशत मतदान हुआ। पिछली बार भी यह जिला 71.97 प्रतिशत मतदान के साथ सबसे नीचे रहा था।
इसी तरह बठिंडा जिले के तलवंडी साबो हलके में सबसे ज्यादा 83.67 प्रतिशत मतदान हुआ। पिछली बार मुक्तसर साहिब का गिद्दड़बाहा हलका 89.02 प्रतिशत के साथ पंजाब में शीर्ष पर था। अमृतसर वेस्ट के मतदाता इस बार ज्यादा संख्या में घर से नहीं निकले। यहां सिर्फ 55.10 प्रतिशत वोट पड़े। पिछले चुनाव में इसी जिले का अमृतसर साउथ हलका 60.04 प्रतिशत मतदान के साथ सूची में सबसे नीचे रहा था।