कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि उनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति कोई दुश्मनी की भावना नहीं है, इसलिए उन्होंने पिछले साल जुलाई में संसद में उन्हें गले लगाया था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को गले लगाया, बावजूद इसके कि मोदी ने सदन में उनके परिवार की आलोचना की।
विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में कांग्रेस अध्यक्ष ने इस घटना का जिक्र किया। लोकसभा का यह वाकया तब खबरों में छाया रहा था। राहुल ने कहा, आप (मोदी) मेरे प्रति गुस्सा और घृणा रख सकते हैं, लेकिन यह सब मेरे दिल में नहीं है। मेरे दिल में तो आपके लिए प्यार है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि वह राजनीतिक पार्टियों को सूचना का अधिकार (आरटीआई) के दायरे में लाने के विरोध में नहीं हैं, बशर्ते न्यायपालिका और मीडिया सहित अन्य संस्थाएं भी इस दायरे में लाई जाएं। स्थानीय जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में विश्वविद्यालयों के छात्रों से चर्चा के दौरान राजनीतिक फंडिंग के स्रोतों पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कांग्रेस अध्यक्ष ने यह बात कही।
राहुल ने कहा, ”पारदर्शिता बढ़ाई जानी चाहिए, मैं इससे शत प्रतिशत सहमत हूं। राजनीतिक पार्टियां लोगों के लिए एक संस्था है। और फिर न्यायपालिका, प्रेस, नौकरशाही, यह भी संस्थाएं हैं। उन्होंने कहा, ”ऐसे में यदि आप उन्हें (राजनीतिक पार्टियों को) आरटीआई के दायरे में लाने की बात करते हैं तो न्यायपालिका, प्रेस, नौकरशाही और व्यक्तिगत तौर पर नौकरशाहों को इसके दायरे में क्यों नहीं लाना चाहिए। मैं पूरी तरह पारदर्शिता के पक्ष में हूं, लेकिन यह सब पर लागू होना चाहिए।