आधुनिक औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक जूता फैक्टरी में फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां बनाए गए जूतों को एक बड़ी कंपनी के लोगो व नाम से मार्केट में बेचा जा रहा था। कंपनी के अधिकारियों ने छापेमारी की तो इसका पर्दाफाश हुआ। स्थानीय पुलिस ने फैक्टरी के दोनों मालिकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
एमआईई क्षेत्र में जूता बनाने की कई फैक्टरियां हैं। यहां की एक फैक्टरी में एक बड़ी कंपनी के नाम से जूते तैयार किए जा रहे थे। यानी नकली जूते बनाकर उस पर नामी कंपनी के डिजाइन व लोगो का इस्तेमाल किया जा रहा था।
यह सूचना उक्त कंपनी का लीगल कार्य देखने वाली एजेंसी के अधिकारी सीनियर इन्वेस्टिगेटर दीपू कुमार तक पहुंची तो उन्होंने यहां का दौरा किया। इसके बाद उन्होंने कंपनी के अधिकारियों को हालातों से अवगत कराया। लुधियाना से कंपनी के अधिकारी मंगलवार को बहादुरगढ़ पहुंचे और यहां चल रही उक्त जूता फैक्टरी पर छापेमारी की।
इस दौरान इन अधिकारियों को उनकी कंपनी के नाम के कागजात, लोगो व अन्य वस्तुएं मिली। पुलिस की मदद से कंपनी ने फैक्टरी बंद करा दी। इस संबंध में फैक्टरी के दो मालिकों के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी गई। पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की। बुधवार को दोनों आरोपियों को बहादुरगढ़ क्षेत्र से काबू कर लिया गया।
आरोपियों की पहचान विजय निवासी पीतमपुरा दिल्ली व सुनील निवासी सेक्टर-छह के तौर पर हुई है। मामले के जांच अधिकारी एसआई राजेंद्र वर्मा ने कहा कि शिकायत के आधार पर केस दर्ज किया गया था। दो आरोपियों की गिरफ्तारी हो गई है। दोनों को जेल भेज दिया गया है।