शिक्षा बोर्ड की दसवीं के हिंदी विषय के पेपर में सोमवार को जिले के विभिन्न परीक्षा केंद्रों में 14 नकलची पकड़े गए। सभी के यूएमसी बनाए गए हैं। अकेल बोर्ड द्वारा गठित उड़नदस्ते ने सात यूएमसी बनाए हैं। गांव मकड़ाना स्थित परीक्षा केंद्र में बाहरी हस्तक्षेप ज्यादा नजर आया। नकल के लिए पर्चियां पहुंचाने के लिए लोगों खासकर युवाओं को स्कूल के आसपास बने मकानों की छत के जरिये केंद्र तक पहुंचने का प्रयास करते देखा गया।
हिंदी विषय की परीक्षा शुरू होते ही नकल फेंकने का सिलसिला शुरू हो गया। कुछ ही देर बाद बोर्ड की ओर से गठित उड़नदस्तों ने परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण दिया। एक उड़नदस्ते में दो से तीन का स्टाफ शामिल रहे। बोर्ड के अलावा जिला प्रशासन और शिक्षा अधिकारियों के उड़नदस्तों ने भी चेकिंग की।
सोमवार को डिप्टी डीईओ कुलदीप फौगाट के उड़नदस्ते ने गांव अचीना, चिड़िया व वैश्य गर्ल्स स्कूल स्थित परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया।
बोर्ड के उड़नदस्ते ने भी गांव अचीना परीक्षा केंद्र का दौरा किया। दो उड़नदस्तों ने इस केंद्र में तीन यूएमसी केस नाए हैं। इसी प्रकार शहर के वैश्य गर्ल्स स्कूल में भी एक छात्र का यूएमसी बनाया गया है। इस प्रकार जिले के विभिन्न परीक्षा केंद्रों में कुल 14 छात्रों के यूएमसी बनाए गए हैं। बोर्ड की परीक्षाएं संपन्न होने के बाद इन यूएमसी छात्रों को सुनवाई के लिए बोर्ड कार्यालय बुलाया जाएगा। उसके बाद बोर्ड की चयनित कमेटी सुनवाई के बाद केसों का निपटारा करेगी।
जिले के गांव मकड़ाना स्थित राजकीय स्कूल के परीक्षा केंद्र में बाहरी लोगों की भीड़ देखने में आई। इस वजह से बच्चों को परीक्षा के दौरान काफी परेशानी आई। शहर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय व राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में भी यही हाल रहा।
रोजाना हर परीक्षा केंद्र का निरीक्षण हो रहा है। लोगों को चाहिए कि वे परीक्षा केंद्र में न जाएं। नकल रोकने में प्रशासन और विभाग का सहयोग करें।
कुलदीप फौगाट, डिप्टी डीईओ