महिला अधिकारों की रक्षा के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण होना आवश्यक है। जो व्यक्ति महिलाओं के पहनावे पर अभद्र टिप्पणी करे उससे महिलाएं अपनी सुरक्षा की उम्मीद भला किस प्रकार कर सकती हैं। ये बातें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा की पत्नी आशा हुड्डा ने दिल्ली-रोहतक रोड स्थित पार्षद सतपाल राठी के कार्यालय में पत्रकार वार्ता के दौरान कहीं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बताएं कि जब 3-6 साल की बच्ची से दुराचार होता है तो उनकी कहां गलती होती है। उन्होंने कहा कि हुड्डा सरकार में महिलाओं की शिक्षा से लेकर सुरक्षा तक के उपाय पूरी गंभीरता से किए गए। जबकि भाजपा सरकार में न तो महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित हुई और न ही शिक्षा को लेकर कोई कदम उठाया गया। उन्होंने भाजपा के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को विफल करार दिया।
महिला कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष सुमित्रा चौहान ने कहा कि महज घोषणों या झूठे आश्वासनों से महिलाओं के हितों को सुरक्षित नहीं रखा जा सकता। इसके लिए मजबूत इच्छा शक्ति से निर्णय लेने की जरूरत है। जिसमें भाजपा सरकार पूरी तरह विफल नजर आ रही है। महिला कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी अनुपमा रावत ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह की कांग्रेस सरकार में महिला अधिकारों की पैरवी जोरदार तरीके से हुई।
जिसका परिणाम है कि हर क्षेत्र में महिलाओं को प्रतिनिधित्व मिला और महिला सुरक्षा की दिशा में कारगर कदम उठाए गए।
मगर भाजपा सरकार इस मामले में पूरी तरह फेल रही। इस मौके पर नंदिता हुड्डा, अनीता नैन, रुचि शर्मा, सत्यबाला गुलिया व राकेश देवी ने भी अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता समुन्द्र राठी, राजपाल आर्य, राजू नागपाल, राज गुलिया, सुरेंद्र खत्री, कैप्टन मान सिंह, पार्षद रवींद्र जाखड़, समुन्द्र सहवाग, सत्यनारायण गोदारा आदि मौजूद रहे।