फादर डे पर सम्मानित हुए विश्व के सबसे बड़ी उम्र के दंपति
इण्डियन मैडिकल एसोसिएशन, गुरुद्वारा सिंह सभा व दूसरी सामाजिक संस्थाओं ने किया सम्मानित
आईवीएफ तकनीक से तीन वर्ष पहले पिता बने थे 83 वर्षीय अमृतसर के मोहिन्द्र सिंह
तीन वर्ष पहले अन्तराष्ट्रीय मीडिया की सूर्खियों बना था अमृतसर का यह दंपंत्ति
हिसार। फादर डे के अवसर पर आयोजित सम्मान आयोजित सम्मान समारोह में इण्डियन मैडिकल एसोसिएशन, गुरुद्वारा सिंह सभा व दूसरी सामाजिक संस्थाओं ने विश्व में सबसे बड़ी उम्र में माता-पिता बने अमृतसर के दंपंति को विशेष रुप से सम्मानित किया गया। इस दौरान उनका तीन वर्ष का बच्चा भी मौजूद रहा। इस सम्मान समारोह की अध्यक्षता आईएमए के अध्यक्ष जे.पी.एस. नलवा ने की, जबकि मुख्यअतिथि के तौर पर हिसार के मेयर गौतम सरदाना मौजूद व विशिष्ठ अतिथि के तौर पर केश कलां एवं कौशल विकास बोर्ड हरियाणा के निदेशक नरेश सेलपाड़ मौजूद रहे। इस दौरान आईएमए के अध्यक्ष डा.जे.पी.एस. नलवा ने कहा कि इस बुजुर्ग दंपंति ने उम्र के इस पड़ाव में भी आईवीएफ तकनीक से संतान पैदा करके दिखा दिया है कि यदि व्यक्ति का इरादा बुलंद हो और कुछ पाने की तमन्ना हो तो कुछ भी असंभव नहीं है। इससे पहले उन्होंने अमृतसर निवासी 83 वर्षीय मोहिन्द्र सिंह व उनकी पत्नी 73 वर्षीय दलजिन्द्र कौर व इस दंपति को तीन वर्ष पूर्व संतान के रुप में खुशियां देने वाले नेशनल फर्टीलिटी सेंटर के चिकित्सकों को भी बधाई दी। इस दौरान गुरुद्वारा सिंह सभा के सरदार महेन्द्र सिंह व सुखविन्द्र सिंह ने अमृतसर निवासी महेन्द्र सिंह को हौसले की मिसाल बताया। इससे पहले राह ग्रुप फाउंडेशन, विश्व हिन्दू परिषद, श्री राघे कृष्णा बड़ा मंदिर समिति, पंजाबी मंच सहित शहर की विभिन्न संस्थाओं ने विश्व के सबसे बड़ी उम्र के दंपंति व हिसार शहर के नेशनल फर्टीलिटी सेंटर के निदेशक व अनुभवी चिकित्सक डा. अनुराग बिश्रोई का सम्मान किया गया। सम्मान समारोह के दौरान आईएमए के सचिव संदीप कालरा, डा. योगेश बिदानी, दलीप वाजपेयी, सुखसागर सिंह, अन्तराष्ट्रीय विश्व हिन्दू परिषद से अनिल गोयल, विजय शर्मा, समाजसेवी प्रदीप सरार्फ, डा. तिलक आहुजा, पार्षद प्रतिनिधि भीम महाजन, राह क्लब हिसार से रामअवतार वर्मा, निर्मला सैनी, सुषमा बांगड़वा, राहुल शर्मा, राद्येश्याम सहित विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारी व सदस्यगण मौजूद रहे।
बच्चे की केयर करना कोई इनसे सीखे:-
आईएमए के इस सम्मान समारोह के दौरान कई भावूक हुई 73 वर्षीय दलजिंद्र कौर ने बताया कि उनके बच्चे की पूर्णरुप से देख-रेख स्वयं मोहिन्द्र सिंह ही करते हैं। बच्चे को नहलाने, स्कूल के लिए तैयार करने, खाना खिलाने से लेकर स्कूल ले जाने व लाने की सारी जिम्मेवारी स्वयं महेन्द्र सिंह ही निभाते हैं। बच्चे के साथ खेलने व उसे गुरुद्वारे ले जाने कार्य भी स्वयं महेन्द्र सिंह करते हैं। बड़ी बात यह है कि जब तक मोहिन्द्र सिंह का बच्चा स्कूल में पढ़ता है, तब तक वह अपने बच्चे का स्कूल के बाहर ही इंतजार करता है। वह अपने बेटे के किसी काम को नौकरों पर आश्रित रहने की बजाय स्वयं करता है।
फिर से हो गया हंू जवान:-
इस दौरान अपने जीवन के अनुभवों को सांझा करते हुए अमृतसर निवासी महेन्द्र सिंह का कहना है कि उन्हें संतान प्राप्ति के बाद वे एक बार फिर से जवान हो गए लगते हैं। उन्हें यह आभास ही नहीं होता कि उनकी उम्र आज 83 वर्ष है। इस उम्र में भी महेन्द्र सिंह वो सारे काम करते हैं जो कि 25 वर्ष का बाप अपने बच्चों के लिए करता है। यहां तक कि वे अमृतसर से हिसार तक गाड़ी भी स्वयं चलाकर लाते हैं। यहां बड़ी बात है कि यह दूरी 400 किलोमीटर पड़ती है।
चर्चाओं में रहे हैं मोहिन्द्र सिंह:-
फादर डे पर हिसार में सम्मानित अमृतसर निवासी 83 वर्षीय मोहिन्द्र सिंह व उनकी पत्नी 73 वर्षीय दलजिन्द्र कौर को जब उनकी शादी के 46 वर्ष बाद भी कोई संतान नहीं हुई तो उन्होंनेे हिसार के नेशनल फर्टीलिटी सेंटर में आईवीएफ तकनीक से संतान पैदा करने की सोची थी। तक उनकी मोहिन्द्र सिंह की उम्र 80 व दलजिन्द्र कौर की उम्र 70 वर्ष थी। उसके बाद करीब एक वर्ष बाद जब उनकी संतान पैदा हुई मीडिया ने उनको लेकर कई स्टोरिया की थी। यह दंपंति अन्तराष्ट्रीय स्तर पर लंबे समय तक चर्चाओं में बने रहे थे। उस समय दिल्ली व विदेशी मीडिया ने उन्हें पहले पन्ने तक कवर किया था।