झज्जर, संजय शर्मा रवी कुमार -हरियाणा किसान आयोग के अध्यक्ष डा.रमेश कुमार यादव ने कहा कि झज्जर जिले के गांव रईया में निर्माणाधीन महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय करनाल का उत्कृष्टïता बागवानी केंद्र व सौंधी में फू ल उत्कृ ष्टïता केंद्र इस क्षेत्र के किसानों के लिए लाइफ लाइन साबित होंगे। ये दोनों केंद्र क्षेत्र के किसानों को विश्वस्तरीय तकनीकी की जानकारी सांझा करेंगे, साथ ही यह दोनों उत्कृष्टïता केंद्र किसानों की आय में कई गुणा बढ़ोतरी के नये द्वार खोलेंगे। डा.यादव शुक्रवार को झज्जर संवाद भवन में दोगुनी आय-किसानों की राय विषय पर आयोजित सेमिनार में जागरूक किसानों से सीधा संवाद कर रहे थे।
किसान आयोग के अध्यक्ष डा.रमेश यादव ने कहा कि यह झज्जर जिले के लिए विकास का द्योतक है कि यहां गांव रईया में बागवानी विश्वविद्यालय का रिजनल सेंटर तथा सौंधी में फल उत्कृष्टïता केंद्र शुरू हो रहा है। इन केंद्रों के शुभारंभ के साथ ही क्षेत्र के किसान फसल विविधिकरण पद्धति को अपनाते हुए जहां बेहतर उत्पादन प्राप्त करेंगे वहीं आर्थिक रूप से भी सुदृढ़ होंगे। उन्होंने झज्जर जिले के किसानों को देश की राजधानी से सटा होने का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। यहां के किसान अपने उत्पादन में आधुनिक तरीके से वृद्धि करके आय में भी कई गुणा बढोतरी करने में सफल होंगे । इस क्षेत्र के किसान दूसरे जिलों के लिए अनुकरणीय बन सकते हैं। उन्होंने कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ द्वारा हरियाणा प्रदेश के किसानों के लिए उठाए जा रहे हितकारी कदमों पर चर्चा करते हुए कहा कि आज हरियाणा प्रदेश के किसानोंं को विविधीकृत फसलीकरण को अपनाने के लिए प्रेात्साहित किया जा रहा है ताकि सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं से किसान अपनी आमदनी बढ़ा सकें।
प्रदेश किसान आयोग के सदस्य डॉ राजेंद्र बाल्याण ने कहा कि रईया बागवानी उत्कृष्टïता केंद्र किसानों को नई नई तकनीकों के बारे में जानकारी मुहैया करवाएगा। नई-नई किस्मों के बीज व पौध भी किसानों को अपने ही क्षेत्र में उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि विश्वस्तरीय वैज्ञानिक यहां पर आकर बागवानी शोध करेंगे जिनका सीधा लाभ क्षेत्र के
किसानों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुणा करने की नीति बनाई है। प्रदेश के कृषि एंव किसान कल्याण मंत्री औम प्रकाश धनखड़ पीएम मोदी की इसी सोच को किसान हित मेंआगे बढ़ाने में निरंतर प्रयासरत हैं।