पीएम मोदी ने किया गरीबों के कैशलेस चिकित्सा सेवा के सपनों को साकार  : धनखड़

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कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ बोले, पहली बार हुआ इतना बड़ा काम, गरीब के घर-परिवार की पीएम मोदी ने की चिंता
बादली में कृषि मंत्री धनखड़ ने वितरित किए आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के लाभपात्रों को पात्रता कार्ड

बादली, (झज्जर) , समाचार क्यारी संजय शर्मा/ रवि कुमार:-। देश में पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने गरीब के घर परिवार की चिंता की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जरूरत पड़ ज्यां तो पांच लाख का नोट गरीब की जेब में घाल दिया है। इस बात से सारी उम्र मेरी भी छाती चौड़ी रहेगी कि मैंने गरीब की फिक्र करने वाले आदमी के साथ काम किया है। यह बात हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने सोमवार को बादली के राजकीय महाविद्यालय के सभागार में आयोजित आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के लाभपात्रों को पात्रता कार्ड वितरण कार्यक्रम के दौरान उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि अमीरों को कैशलेस की सुविधा लेते देखा सुना था अब गरीब मां के बेटे नरेंद्र मोदी ने देश के जरूरतमंदों को पांच लाख रूपये तक कै शलेस सुविधा देकर गरीबों के सपने को साकार करने का ऐतिहासिक कार्य किया है।


श्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि अमेरिका, आस्ट्रेलिया व यूरोप के देशों से सुना करते थे कि स्वास्थ्य से संबंधित कोई परेशानी आ जाए तो कार्ड से अपना ईलाज कराया जा सकता है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से यह कमाल भारत में कर दिखाया है। सामाजिक आर्थिक जनगणना के आधार पर देश का गरीब आज अपना व अपने परिवार का वर्ष में सरकारी व सूचीबद्घ निजी अस्पतालों में पांच लाख रुपए का उपचार वार्षिक करा सकते हैं। झज्जर जिला के तीन नागरिक अस्पतालों के साथ-साथ आठ अन्य निजी अस्पतालों में इस योजना के तहत इलाज की सुविधा दी जा रही है।

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने कहा कि देश में पहली बार श्री नरेंद्र मोदी ऐसे प्रधानमंत्री बने है जिसने गरीब के घर में जन्म लिया और उन हालातों को देखा है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से जरुरतमंद परिवारों की माताओं-बहनों को एलपीजी सिलेंडर दिलाकर धुएं व अन्य परेशानियों से निजात दिलाई। समस्त भारत के गरीबों को जरूरत के समय स्वास्थ्य सेवाएं दिलाने के लिए आयुष्मान भारत योजना चलाई। उन्होंने बताया कि केवल झज्जर ही नहीं बल्कि देश की राजधानी दिल्ली या जयपुर, चण्डीगढ़ आदि बड़े शहरों में योजना के दायरे में आने वाले अस्पतालों में भी यह कार्ड मान्य होगा।

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