बहादुरगढ़। इनेलो नेत्री ललिता राजपूत की आत्महत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है। ललिता की मां राजो देवी की शिकायत पर दो कथित भाजपा नेताओं, एक पार्षद पुत्र सहित 9 लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। शिकायत के आधार पर राजकीय रेलवे पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।
पुलिस को दी शिकायत में लाइनपार निवासी राजो देवी ने कहा है कि उसकी बेटी ललिता लाइनपार के ही वार्ड-2 में अपने पति के साथ रहती थी। गत पांच अप्रैल की सुबह छह बजे दामाद सुलतान ने मुझे फोन करके बताया कि ललिता घर पर नहीं।
इस पर मैं वहां गई तो घर के बाहर की कुंडी बंद थी। कुंडी खोली तो दामाद सुलतान ने बताया कि ललिता नहीं है। इसके बाद उसकी तलाश शुरू की गई, रेलवे स्टेशन पर भी तलाशा लेकिन नहीं मिली। फिर गली नंबर सात में मौजूद एक गारमेंट संचालक से सीसीटीवी चेक करने के लिए कहा। फुटेज चेक की तो रात करीब एक बजे ललिता रोते हुए स्टेशन की तरफ जाती दिखाई दी। इसके बाद वे सभी जीआरपी गए तो पता लगा कि ललिता की मौत हो चुकी है। राजो देवी ने कहा कि ललिता ने विकास नगर में मकान बनाया था। तब से पवन और बिल्लू दोनों भाई, सतीश पंडित, धर्मपाल प्रॉपर्टी डीलर, राजेश मकड़ोली, महेंद्र, पवन, दिनेश शेखावत और मूर्ति एमसी का लड़का काली तंग कर रहे थे, जिसके कारण ललिता परेशान रहती थी।
वह बताती थी कि ये सभी उसे जान से मारने की धमकी देते हैं। 18 फरवरी को भी लाइनपार थाने में इनके खिलाफ शिकायत दी गई थी लेकिन तब राजीनामा हो गया। मृतका की मां का कहना है कि ये अपनी हरकतों से बाज नहीं आए। उसे पूरा यकीन है कि इनकी वजह से ही ललिता ने आत्महत्या की है। बताते हैं कि जिन 9 लोगों पर आरोप हैं, इनमें से दो भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता हैं। राजेश मकड़ोली मंडल महामंत्री हैं, जबकि दिनेश शेखावत इतिहास संकलन प्रकोष्ठ के जिला संयोजक हैं। वहीं मंडल अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने कहा कि राजेश मकड़ोली के पास फिलहाल कोई पद नहीं है। उधर, दिनेश शेखावत ने कहा कि इस मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है। राजनीतिक इशारे पर उनका नाम इस मामले में घसीटा जा रहा है। बाकी जांच के दौरान सब साफ हो जाएगा।
चार अप्रैल की रात को ट्रैक पर मिला था शव बता दें कि चार अप्रैल की रात को ललिता संदिग्ध परिस्थितियों में अपने घर से निकल गई थी। रात करीब डेढ़ बजे ललिता का शव बराही फाटक के नजदीक रेलवे ट्रैक पर मिला था। पुलिस ने उस दौरान 174 के तहत कार्रवाई की थी, लेकिन बाद में मृतका की मां के बयान पर आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं के तहत केस दर्ज किया।
मामले में दो आरोपियों सतीश और पवन को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों को 14 दिन की हिरासत में भेज दिया गया है। शीघ्र ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
जयपाल, एसएचओ जीआरपी बहादुरगढ़।