बेरी। तीन से लापता ईएमटी का शव वीरवार को बेरी जलघर में मिला। वह 15 अप्रैल को बेरी से अपनी पत्नी को लेने के लिए महेंद्रगढ़ जिला के कोटिया गांव में गया था। लेकिन वह घर नहीं लौटा था। जलघर में शव देखकर लोगों ने इसकी सूचना बेरी शहर पुलिस को दी। सूचना मिलने के बाद बेरी शहर पुलिस मौके पर पहुंची और एफएसएल टीम को मौके पर बुलाया। शव को पानी से बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए झज्जर के नागरिक अस्पताल मेें भिजवाया गया। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गांव बेरी पाना बैठाण निवासी महाबीर पुत्र जयनारायण उम्र 28 वर्ष तीन दिन पहले घर से अपनी पत्नी को लेने के लिए अपनी ससुराल गांव कोटिया गया था। उसकी पत्नी के परिजनों ने कहा कि अभी घर पर गेहूं कटाई का काम चला हुआ है और तीन-चार दिन बाद अपने आप घर छोड़ देंगे। इतना कहने के बाद महाबीर अगले दिन वहां से वापस घर के लिए निकल पड़ा और लेकिन घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने रिश्तेदारों के यहां तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। वीरवार को सुबह सूचना मिली कि बेरी जलघर में एक युवक का शव है, मौके पर जाकर देखा तो युवक की पहचान बेरी निवासी महाबीर पुत्र जयनारायण के रूप में हुई। महावीर झज्जर के सामान्य अस्पताल में एंबुलेंस सेवा केंद्र में ईएमटी के पद पर कार्य करता था।
मां बोली, तीन साल की उम्र में लिया था गोद
बता दें कि महाबीर की मां बीरमति ने महाबीर को गांव करसिंधूृ जिला जींद से अपनी बहन से गोद लिया था। उसका पालन-पोषण कर पढ़ाया-लिखाया और उसकी शादी की थी। 15 अप्रैल को वह अपनी पत्नी को लेने के लिए ससुराल गया था। उसके बाद से वह घर नहीं लौटा।
बेरी जलघर के टैंक में एक युवक के होने की सूचना मिली थी। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को बाहर निकाला गया। इस दौरान मौके पर एफएसएल टीम को बुलाया गया था। दोपहर बाद शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया।
ओमप्रकाश, जांच अधिकारी, बेरी शहर चौकी।