जम्मू-कश्मीर के बडगांव में हुए चॉपर क्रैश में भदानी गांव का विक्रांत शहीद हो गया। जिसका पार्थिव शरीर पैतृक गांव भदानी में वीरवार दोपहर तक पहुंचने की संभावना है। भदानी गांव के बेटे विक्रांत के शहीद होने की खबर जैसे ही क्षेत्र के लोगों को मिली तो आसपास के लोग उसके घर पहुंचने लगे। सूचना मिलने पर प्रशासन की ओर से भी बीडीपीओ इकबाल राठी तथा सदर थाना झज्जर से पुलिसकर्मी भी गांव में पहुंचे। शहीद विक्रांत के घर के बाहर काफी संख्या में ग्रामीण एकत्रित थे तथा दुुख की घड़ी में शहीद के पिता कृष्ण को ढाढ़स बंधा रहे थे।
सवा दो बजे मिली थी परिजनों को सूचना
सार्जेंट विक्रांत के शहीद होने की सूचना एयरफोर्स द्वारा उसके पिता कृष्ण को करीब सवा दो बजे फोन पर दी गई। इसके बाद देर शाम तक एयरफोर्स के अधिकारी परिजनों के संपर्क में रहे। परिजनों को शाम के समय बताया गया शहीद का पार्थिव शरीर वीरवार को दोपहर तक उनके पैतृक गांव भदानी में पहुंच सकता है।
सेना में परिवार के काफी लोग
शहीद विक्रांत के परिवार से काफी लोग सेना में हैं। शहीद विक्रांत के पिता कृष्ण के तीन भाई तथा एक बहन है। कृष्ण का छोटा भाई राज पहलवान को-ऑपरेटिव बैंक से सेवानिवृत्ति के बाद गांव का सरपंच रह चुका है। उससे छोटी बहन उर्मिला के पिता राजेंद्र दहिया व उनका बेटा दोनों आर्मी में कर्नल हैं। उनसे छोटे किशनचंद रेलवे में तैनात हैं तथा उनसे छोटे भाई अशोक का बेटा वरुण नेवी में लेफ्टिनेंट है।