समाचार क्यारी डेस्क ,हरियाणा के यमुनानगर में हथियारों से लैस हमलावरों से जान बचाने के लिए यमुना नहर में कूदे पांच युवक पानी में बह गए। वहीं पांच अन्य युवकों ने मौके से भागकर जान बचाई। हमलावर युवकों की गाड़ी को तोड़कर फरार हो गए। घटना रविवार शाम की है। नहर में डूबे पांच युवकों में सुलेमान व उसके चचेरे भाई अलाउद्दीन के परिवार के साथ आरोपियों की दो साल से रंजिश चल रही है। पांच मार्च 2020 में आरोपियों ने अलाउद्दीन के पिता इम्तियाज पर हमला किया था। जिसमें इम्तियाज की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। इसके अलावा अस्पताल में इम्तियाज का हाल जानकर घर लौट रहे सुलेमान, उसके भाई शाहरुख पर आरोपियों ने रॉड व डंडों से हमला किया था। इसमें शाहरुख की दोनों टांगों व बाजुओं में फैक्चर आया था। सुलेमान को भी चोट आई। दोनों मामलों में आरोपी अमित, बाबू, साहिल पंडित, धन्ना राणा, जोनी, लालू, अंकित, गौरू व दिनेश पर हत्या व मारपीट का केस दर्ज हुआ था। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया था। अब मामला अदालत में चल रहा था। मामले में सुलेमान व अन्य की अदालत में गवाही होनी थी। मामले को लेकर दोनों पक्षों में दो दिन पहले पंचायत हुई थी। जिसमें समझौते की बात चल रही थी।
शांति कॉलोनी निवासी इब्राहिम ने बताया कि उनकी कॉलोनी में ही वहीदा स्टील के नाम से लोटा बनाने की फैक्टरी है। जहां वह अपने बेटे सुलेमान व शाहरुख के साथ काम देखता है। उसके भाई इम्तियाज शेख उर्फ बबलू का शांति कॉलोनी में ही ढाबा था। पांच मार्च 2020 को उसका भाई इम्तियाज शेख अपनी पत्नी अमीना खातून के साथ ढाबे पर काम कर रहा था। रात करीब आठ बजे जगाधरी निवासी जोनी पहलवान, गोरू, बाबू, अकिंत लालू, अंकित दिनेश, अमित, धन्ना जाट, साहिल पंडित व अमित का साला व पांच-छह अन्य युवक क्रेटा कार व तीन बाइकों पर आए थे। तब आरोपियों ने उसके भाई इम्तियाज व भाभी अमीना खातून पर रॉड व बिंडों से हमला किया था। जिसमें इम्तियाज के सिर व टांगों में गंभीर चोटें लगी थी। जबकि उसकी भाभी भी घायल हुई थी।