- मनोज तिवारी ने आरोप लगाया कि सरकार गरीब विरोधी है और इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि सरकार का गरीबों से कुछ भी लेना-देना नहीं है। रैन बसेरों की हालत दयनीय है। बेघरों के लिए रहने की जगह नहीं है। गरीब ठंड में सड़कों पर सोने के लिए मजबूर है और उनकी जान जा रही है।
तिवारी ने कहा कि सरकार ने 200 से ज्यादा शेल्टर होने का दावा किया है, बताए आखिर कहां है। तिवारी ने कहा कि बेघर लोगों का कोई नहीं होता और सरकार ही उनकी हमदर्द होती है। सरकार को इन लोगों को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास करने चाहिए। अभी भी देर नहीं हुई सरकार को तुरंत ठोस कदम उठाकर इन गरीबों की सहायता के लिए आगे आना चाहिए ताकि और लोग न मरे।
तिवारी ने कहा कि सितंबर माह में भी 200 लोगों की मौत हुई है। इतना ही नहीं एक जनवरी से 14 जनवरी के बीच भी 96 लोगों की मौत हो चुकी है। इससे स्पष्ट है कि सरकार और आप में संवेदनशीलता नहीं है। इस अवसर पर तिवारी के अलावा मीडिया प्रभारी प्रत्युष कंठ, नीलकांत बक्शी और आशोक गोयल ने भी सरकार की निंदा करते हुए कहा कि उसकी कथनी-करनी में अंतर है।