चरखी दादरी, हरिय़ाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव अजीत फौगाट ने घिकाड़ा , साहुवास , फतेहगढ़, हिंडोल , सांवड़ , समसपुर आदि गांवो में ग्रामीणो को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिस हरिय़ाणा प्रदेश को भाईचारे की मिसाल के रूप में देखा व जाना जाता रहा है , एेसे हमारे 36 बिरादरी के भाईचारे को तोड़ने की नाकाम साजिश ये भाजपा की वर्तमान सरकार कर रही है ! सरकार का दायित्व प्रदेश में एकता व भाईचारे को बढाने का होता है , लेकिन बड़े ही खेद के साथ ये कहना पड़ रहा है कि अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने के लिये इस भाजपा सरकार ने सोची समझी साजिश के तहत प्रदेश को चार – चार बार आग के हवाले कर दिया और 36 बिरादरी के लोगो में जहर घोलने का काम किया है ! इस सरकार ने भाई से भाई को लड़वाने का जो घृणीत कार्य किया है इसके लिये प्रदेश की जनता भाजपा व इनके नेताओ को कतई माफ नही करेगी !कांग्रेस ने जोड़ने और भाजपा ने हमेशा भाईचारा तोड़ने का काम किया है ! अब जनता को फैसला करना है कि उन्हे भाईचारा तोड़ने वाले चाहिये य़ा जोड़ने वाले ! अजीत ने कहा कि प्रदेश की मनोहर सरकार ने जहां राज्य में हमारे भाईचारे को तोड़ने की साजिश रची , वहीं देश की मोदी सरकार ने नोटबंदी और गब्बर सिंह टैक्स जीएसटी से राष्ट्र को आर्थिक रुप से तोड़ने का काम किया है ! देश के चौकीदार ने नोटबंदी के बाद देश की जनता से 50 दिन मांगे थे और काले धन , फर्जी नोट, आतंकवाद व नक्सलवाद पर करारा प्रहार करने की बाते हुई थी ! लेकिन 22 महीने बाद नतीजा आया कि देश की जनता ने नोटबंदी के दौरान जो दुख-दर्द झेला , 100 से अधिक लोगो की जान गई , लाखो युवा बेरोजगार हो गये , जीडीपी गिरने की बदौलत 2.25 लाख करोड़ का देश को नुकसान हुआ, वो सब मोदी सरकार का एक षड़यंत्र था , जिसके तहत अपने चंद 15-20 बड़े उद्योगपति को फायदा पहुचाया गया और सहानुभूति के नाम पर देश की जनता को धोखा दिया गया ! आरबीआई के मुताबिक नोटबंदी के वक्त 500 व 1000 के नोटो की कुल रकम 15.41लाख करोड़ रूपये थी और 21 महीने बाद 15.31 लाख करोड़ य़ानी 99.30 प्रतिशत सारा धन बैकिंग सिस्टम में वापिस अा चुका है और नोटबंदी ने अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया है ! दौरे के दौरान बिजेन्द्र चौहान , जयभगवान नम्बरदार कोच , चौधरी ख़ुशीराम , मनोहर जांगड़ा , राज हवलदार , रणपत सिवाण , बजे सिंह सांगवान , जगबीर सांगवान , प्रवीन सांगवान , विजय सांगवान , सचिन , धर्मजित , सत्यप्रकाश जाखड़ , संदीप , राजा , प्रताप नम्बरदार , नीरज , सोमबीर मान , रणबीर , कृष्ण , सतपाल , ईशवर , मंदिप , संदीप , बलराज , धर्मेंद्र , अशोक , राजेंदर , जसवंत , रोहताश , रणधीर , सूबेदार रामपाल , सुरेश पुनिया , नरेन्द्र बलोदा , ज़ितेन्द्र फौगाट इत्यादी मुख्य रुप से उपस्थित थे !