पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा ने बृहस्पतिवार को अपने कार्यकाल की तुलना मोदी सरकार से करते हुए कहा कि जब तक चुनाव प्रणाली में बदलाव नहीं किया जाता, भ्रष्टाचार समाप्त नहीं होगा। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा में भाग लेते हुए जेडीएस सदस्य देवगौड़ा थोड़े भावुक भी दिखे और उन्होंने कहा कि संभवत: यह सदन में मेरा आखिरी भाषण है। उन्होंने कर्नाटक विधानसभा और संसद में अपने कार्यकाल का उल्लेख करते हुए कहा कि वह प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहते थे लेकिन परिस्थितिवश बने।
देवगौड़ा ने अपने एक साल से भी कम समय के प्रधानमंत्रित्व काल की तुलना राष्ट्रपति के अभिभाषण में उल्लेखित राजग सरकार की उपलब्धियों से करते हुए कहा कि हमने ग्रामीण विकास को अधिक तरजीह दी। उन्होंने यह भी कहा कि मैंने कभी संसद के अंदर या बाहर प्रधानमंत्री के पद के खिलाफ कुछ नहीं बोला। मैं इस पद का बहुत सम्मान करता हूं। देवगौड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 के चुनावों से पहले कहा था कि वह भ्रष्टाचार मुक्त भारत चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘जब तक चुनाव प्रणाली में बदलाव नहीं आता। यह संभव नहीं है। भले ही सत्तापक्ष में बैठें या विपक्ष में।’