भाजपा ने लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों में सेंध लगाने की रफ्तार बढ़ा दी है। पिछले 5 हफ्ते में 4 राज्यों के 7 विधायक भाजपा में शामिल हुए हैं। इनमें से 6 कांग्रेस के हैं,और एक टीएमसी के। कांग्रेस इससे बड़े झटके में है, जबकी भाजपा के लिए यह अच्छी खबर है।
पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस से निष्कासित सांसद अनुपम हजारा, कांग्रेस विधायक दुलार चंद बार और माकपा विधायक खगेन मुर्गु मंगलवार को भाजपा में शामिल हो गए। तीनों नेताओं ने दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ली। हजारा पर पार्टी लाइन से हटकर बयानबाजी करने का आरोप था।
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राधाकृष्ण विखे पाटिल के बेटे सुजय ने मुंबई में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। सुजय ने कहा कि मुझे नहीं पता कि मेरे पिता इस फैसले का कितना समर्थन करेंगे, लेकिन भाजपा के नेतृत्व में मैं अपना सबकुछ झोंक दूंगा ताकि सभी को गर्व हो। इस पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सुजय का नाम लोकसभा चुनाव की उम्मीदवारी के लिए केंद्रीय संसदीय बोर्ड को भेजा गया है। सूत्रों के मुताबिक भाजपा सुजय को अहमदनगर से खड़ा कर सकती है।
गुजरात
गुजरात में 5 हफ्ते में कांग्रेस के 4 विधायक भाजपा में शामिल हो चुके हैं। सोमवार को विधायक वल्लभ धारविया कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। 8 मार्च को विधायक जवाहर चावड़ा और पुरुषोत्तम सपारिया भी भाजपा में चले गए थे। पिछले महीने उंझा की विधायक आशा पटेल ने भी भाजपा का हाथ थाम लिया था।
कर्नाटक
कर्नाटक में कांग्रेस विधायक उमेश जाधव इस्तीफा देने के बाद 6 मार्च को भाजपा में शामिल हो गए थे। वह लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ गुलबर्गा से चुनाव लड़ सकते हैं। गौरतलब है कि जाधव खड़गे के बेटे प्रियंक को राज्य सरकार में मंत्री बनाने से नाराज थे। जाधव के इस्तीफे पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव ने कहा था कि जाधव को भाजपा ने खरीद लिया है।