चरखी दादरी ( 14 जनवरी ) :- हरिय़ाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी सचिव अजीत फौगाट ने अपने ग्रामीण दौरे के दौरान लोगो को सम्बोधित करते हुए कहा कि मेरा राजनीति में आने का उद्देश्य केवल और केवल जो भेदभाव हमारी क्षेत्र की जनता के साथ हुआ है उसे समाप्त कर लोगो को उनका जायज हक दिलवाना है और जब तक ये प्रण पूर्ण नही हो जाता दादरी के गौरव और हक की लड़ाई ही मेरा ध्येय है और इसीलिये लगातार पिछले 15 वर्षो से दादरी की जनता के अधिकारो और सम्मान की लड़ाई पुरजोर तरीके से लड़ता आया हूँ और पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ आगे भी लड़ता रहूँगा ! लोगो ने जो भी ज़िम्मेदारी मुझे दी है मैंने पूरी संवेदनशीलता से ईमानदारी से निभाई है और आगे भी निभाता रहूँगा ! अपने ग्रामीण दौरे के दौरान अजीत फौगाट ने बौन्द कार्यालय में कार्यकर्ताओ से संवाद किया और छपार , नरसिंहवास , डूडीवाला , तिवाला, कन्हेटी आदि गाँव में जनसम्पर्क किया ! अजीत ने कहा कि एक तरफ कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी है ज़िन्होने राजस्थान , मध्यप्रदेश और छतीसगढ़ में विधानसभा चुनाव में कहा था कि कांग्रेस की सरकार बनते ही 10 दिन में किसानों का कर्जा माफ कर दिया जायेगा और कांग्रेस की सरकार बनते ही दो दिन में किसानों का कर्जा माफ करके दिखा दिया कि वो जो कहते है वो करके दिखाते है , वही दूसरी ओर पिछले साढ़े चार सालो में मोदी सरकार के राज में देश में 41% किसानो की आत्महत्या बढ़ गई है और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में किसान को दुत्कार मिली है व कंपनियो को 14 हजार 800 करोड़ का मुनाफा मिला है ! आज देश में प्रतिदिन 35 किसान आत्महत्या कर रहे है और केंद्र की भाजपा सरकार के इन चार सालो में 50 हजार से ज्यादा किसान आत्महत्या कर चुके है !खेतों में उपयोग होने वाली यूरिया खाद और डीएपी खाद पर करीब 30 से 40 फीसदी तक इजाफा किया गया है। आजादी के बाद खेती पर टैक्स लगाने वाली ये पहली किसान विरोधी सरकार है ! दौरे के दोरान महाराज शक्ति गिरी , युवा उपाध्यक्ष हैप्पी सांगवान , गजेन्द्र परमार , प्रदीप , मुकेश , सुरेन्द्र शर्मा , संदीप खटोला , कृष्ण बल्हारा ऊण , रणबीर मालपोष , सूबेदार रामपाल , सुरेश पुनिया , नरेन्द्र बलोदा , ज़ितेन्द्र फौगाट , विक्की रानीला , बिन्द्र रानीला , अनिल शर्मा , ज़ितेन्द्र परमार , गुरेन्द्र नागील , महेन्द्र बौन्द , पवित्र , अनुप पैतावास , कुलदीप समसपुर , शिवकुमार सांजरवास इतयादी मुख्य रुप से उपस्तिथ थे !