पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बृहस्पतिवार को स्वीकार किया कि ऋणग्रस्त किसानों की परेशानियों को दूर करने के लिए उनकी सरकार की कर्ज माफी योजना पर्याप्त नहीं थी। मुख्यमंत्री ने परेशान किसानों के किसी तरह के मदद करने में विफल रहने को लेकर केन्द्र पर भी निशाना साधा। उन्होंने उल्लेख किया कि उनकी सरकार की कर्ज माफी योजना व्यथित किसानों की समस्याओं का एक अस्थायी समाधान थी। उन्होंने कहा कि किसानों की दुर्दशा को दूर करने के लिए केंद्र सरकार को स्थायी समाधान ढूंढना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही भूमिहीन किसानों की कर्ज माफी को लेकर एक योजना लाएगी। भूमिहीन किसान भी भारी कर्ज के बोझ तले दबे हैं।
एक अधिकारिक बयान में बताया गया कि राज्य सरकार की कृषि कर्ज माफी योजना के तीसरे चरण की शुरूआत करने के बाद मुख्यमंत्री ने एक जनसभा को संबोधित किया। सिंह ने कहा, ‘‘राज्य के किसानों की सभी परेशानियों को कम करने के लिए कर्ज माफी योजना काफी नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि उनकी सरकार इस समय जितनी छूट दे रही है, कई किसानों के कर्ज की राशि उससे अधिक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अपने बूते सबकुछ नहीं कर सकती है। केंद्र सरकार की मदद जरूरी है।